पड़ोसी जिले आजमगढ़ की पुलिस ने पकड़ा तो नहीं था उसके पास तमंचा
चंदवक थाना पुलिस वांछित बता कर सिपुर्दगी में लेने के बाद श्रेय बटोर रही
डोभी (जौनपुर)। ग्राम प्रधान से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपी को चंदवक थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास से तमंचा, कारतूस और रंगदारी मांगने में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद हुआ है। दूसरी तरफ चर्चा है कि मामला प्रेम प्रपंच का है। सूत्र बताते हैं कि आरोपी को पड़ोसी जिले आजमगढ़ के गंभीरपुर थाने की पुलिस ने अपने क्षेत्र से बिना किसी असलहे के गिरफ्तार करने के बाद चंदवक थाना पुलिस को सिपुर्द किया था। सच क्या है यह तो दोनों थानों की पुलिस ही बता सकती है।चंदवक थाना क्षेत्र निवासी एक गांव के प्रधान ने पिछले दिनों चंदवक थाने में तहरीर देकर इसी थाना क्षेत्र के भूलनडीह गांव निवासी रवि सिंह पर रंगदारी के तौर पर पांच लाख रुपये मांगने, गाली-गलौच देते हुए जान से मार डालने की धमकी देने तथा आतंकित करने के इरादे से फायरिंग करने का आरोप लगाया था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 286, 504 एवं 506 भा.द.वि. के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। इससे पहले रवि सिंह के खिलाफ थाना पुलिस गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी थी। चंदवक थाना पुुलिस के मुताबिक एसआई मोहम्मद हासिम शनिवार की रात हमराहियों के साथ गश्त कर रहे थे। मुखबिर ने सूचना दी कि ग्राम प्रधान से रंगदारी मांगने का आरोपी बरडीहा गांव के पास किसी घटना को अंजाम देने के इरादे से मौजूद है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से तमंचा, कारतूस और मोबाइल फोन बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम रवि सिंह निवासी गांव भूलनडीह बताया। यह तो हुई पुलिस की जुबानी। सूत्र बताते हैं कि रवि सिंह का करीब साल भर से ग्राम प्रधान की बेटी से प्रेम प्रपंच चल रहा था। भनक लग जाने पर ग्राम प्रधान ने बेटी की पढ़ाई छुड़ा कर अपने बड़े पिता के यहां गोसाईं बाजार थाना गंभीरपुर भेज दिया था। प्रेमिका के बुलावे पर रवि सिंह उससे मिलने गोसाईं बाजार गया था। वहीं प्रेमिका के परिजन ने उसे पकड़ कर पिटाई करने के बाद गोसाईं बाजार पुलिस चौकी ेके हवाले कर दिया था। गंभीरपुर थाना पुलिस के संपर्क करने पर चंदवक थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि सिंह थाने में दर्ज एक मुकदमे में वांछित है। इस पर गंभीरपुर थाना पुलिस ने आरोपी रवि सिंह को चंदवक थाना पुलिस को सिपुर्द कर दिया। इस बारे में पूछने पर थानाध्यक्ष गोसाईं बाजार फरीद अहमद ने बताया कि जब रवि सिंह को चंदवक पुलिस को सिपुर्द किया गया था तो उसके पास सिर्फ एक मोबाइल फोन और टीवीएस अपाचे बाइक थी। यदि उसके पास तमंचा और कारतूस होता तो आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसका चालान न कर दिया जाता। चंदवक थाने में यदि वह मुकदमे में वांछित था तो बाद में वहां की पुलिस उस मुकदमे में कार्रवाई करती। अब आरोपी का चालान कर चंदवक थाने की पुलिस अपनी पीठ अपने ही हाथों थपथपा रही है।
Post a Comment