सरपतहा थाना क्षेत्रसे 8 दिन पूर्व अगवाकर कियाथा सामूहिक दुष्कर्म
फर्जी नंबर लगी बोलेरो, दो तमंचा और चोरी के अन्य सामान बरामद
जौनपुर। जिले की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो लूट और चोरी की घटनाओं के साथ ही महिलाओं को अगवा कर उनके साथ दुष्कर्म करता था। इसी गिरोह ने गत 20 अक्टूबर की रात में सरपतहा थाना इलाके में ननिहाल में आई युवती को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए गए बदमाशों के पास से फर्जी नंबर लगी बोलेरो, तमंचा, कारतूस, चाकू, दो हजार रुपये नकद और गैंग रेप की पीडि़ता का दुपट्टा बरामद हुआ है। गिरोह ने चोरी की कई घटनाओं का खुलासा किया।
पुलिस अधीक्षक केके चौधरी ने रविवार को गिरफ्तार बदमाशों को पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में प्रेस वार्ता में मीडिया के सामने पेश कर पूछताछ की। आरोपियों ने कुबूल किया कि उन्होंने 20 अक्टूबर की रात में सरपतहा थाना क्षेत्र के एक गांव में ननिहाल में आई किशोरी को अगवा किया था। उसके साथ तीन साथियों ने दुष्कर्म किया था। उसी रात असैंथा पट्टी से ठेले पर रखा सिलेंडर, गैस चूल्हा, मोबाइल फोन आदि चोरी कर लिया था। इससे पहले 13 जून की रात में संसार पट्टी गांव से एक किशोरी को अगवा किया था लेकिन पुलिस वाहन का हूटर सुन कर उसे छोड़ कर भाग गए थे। इससे पहले पांच जून को सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की रुधौली शाखा में चोरी की नीयत से मेन गेट का ताला तोड़ा लेकिन पुलिस वाहन का हूटर सुन कर भाग गए। दस जुलाई की रात में बैंक के गलियारे की खिड़की में लगी ग्रिल काट कर अंदर घुसे लेकिन सेफ रूम में घुसने में नाकाम रहे। 10 अक्टूबर को रुधौली बाजार में किराना की दुकान में नकब लगा कर 73 हजार रुपये की चोरी की जिसे आपस में बांट लिया गया। बदमाशों ने खुलासा किया कि बरामद बोलेरो का वास्तविक नंबर यूपी 62 एएल-5671 है जिस पर फर्जी नंबर यूपी 50 बीसी-5670 लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे। गिरफ्तारी और बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सरपतहा अरविंद पांडेय, थानाध्यक्ष खेतासराय अनिल सिंह, क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम के प्रभारी विश्वनाथ यादव, सर्विलांस प्रभारी शशि चंद्र चौधरी और उनके सहयोगी कांस्टेबल रहे। बता दें, किशोरी ने पुलिस को दिए गए बयान में गैंग रेप से इनकार किया था लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद पुलिस ने दर्ज मुकदमें में गैंग रेप की धारा जोड़ दी थी।
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