पांच सूत्रीय मांगों लेकर सहकारी बैंक के सामने प्रदर्शन कर दिया धरना
जौनपुर। उत्तर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के समस्त सहकारी सचिव और कर्मचारी शनिवार को छठवें दिन भी समितियों में ताले बंद कर अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। हड़तालियों ने जिला सहकारी बैंक मुख्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना के दौरान सभा को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष कैलाशनाथ सिंह ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर किसानों द्वारा गठित कृषि ऋण सहकारी समितियों कृषकों को सेवा की भावना से गुणवत्ता युक्त खाद, बीज, कीटनाशक दवा आदि मुहैया कराते आ रहे हैं।
गेहूं एवं धान की खरीद मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत राष्टï्रीय कार्य भी किसान हित में कर रहे हैं लेकिन विडम्बना है कि हम कर्मचारियों को वेतन के रूप में सरकार फूटी कौड़ी भी सहायता के रूप में नहीं दी जाती है। समितियों के व्यवसाय पर पांच प्रतिशत जीएसटी भी वसूला जा रहा है। सरकार हमको व्यसायिक वर्ग में डालकर व्यवसाय पर होने वाले कमीशन पर ही जबरन कार्य करा रही है। वह भी धान व गेहूं क्रय कमीशन, भाड़ा, पल्लेदारी आदि का भुगतान पीसीएफ द्वारा समयानुसार नहीं हो पाता है। इस मंहगाई के समय में प्रति कर्मचारी दो से पांच हजार ही अल्प कमीशन के भागीदार होते हैं। वह भी नहीं हो पाता है। श्री सिंह ने बताया कि हम सरकार से प्रमुख मांग के रूप में मात्र पसीस हजार रूपया प्रति समिति प्रति माह वेतन के रूप में सहायता सरकार से मांग कर रहे हैं। उसमें भी एक-एक समिति में दो से लेकर चार कर्मचारी की व्यवस्था होती है। संघ के लोगों ने एक स्वर में कहा कि जब तक सरकार हमारे वेतन की व्यवस्था का समुचित निदान नहीं करती है तब तक हम हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे। धरने में आरके सिंह, कैलाश सिंह, रामनाथ सोनकर, विजय सिंह, अशोक श्रीवास्तव, चन्द्रप्रताप सिंह, संगम लाल दूबे, विष्णुदेव यादव, श्याम सिंह, जवाहरमणि पाण्डेय, गुलाब यादव, सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।
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