कर्बलाके प्यासे शहीदों की यादमें लगी सबील
जौनपुर। कर्बला के प्यासे शहीद हजरत इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की शहादत की याद में हुसैन फार जस्टिस के बैनर तले रविवार को कोतवाली चौराहे पर विशाल सबील का आयोजन कर के लोगों को फल, बिस्किट, नमकीन, पानी पिलाने का कैम्प लगाया गया। सबील का उदघाटन सांसद डा. केपी सिंह, एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंशु एवं धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने किया।इस मौके पर सांसद डा. केपी सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान के सभी धर्मों के लोगों ने सदियों से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद को जिंदा किया है। ये एक ऐसी विरासत है जो आज भी फल फूल रही है। आज हर भारतीय इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से हर तरह के अन्याय और जुल्म से लडऩे के लिए प्रेरणा ले सकता है। एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंशु ने कहा कि आज इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और कर्बला का वाक्या दुनिया भर के करोड़ों आजादी और इन्साफ पसंद लोगों को प्रेरित और उत्साहित करता है। मुहर्रम और कर्बला की याद उन उसूलों और सिद्धान्तों को याद करने का मौका है जिनके लिए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम खड़े हुए थे। धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने कहा कि जब इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से जालिमों ने घुटने टेकने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया। इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम जानते थे कि उनके इनकार करने की वजह से उनको मौत का सामना करना पड़ेगा। अगर वो नाइंसाफी और जुल्म के सामने सर झुका देते तो फिर इंसानियत शर्मसार होती और ये उनके दीन के साथ विश्वासघात होता ऐसी स्तिथि में उन्होंने मौत को गले लगाने को सही समझा। आज उन्ही प्यासों की याद में सबील आयोजित हो रही है। इस मौके पर राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव, पूर्व सभासद गप्पू मौर्य, शिया इंटर कालेज के नजमुल हसन नजमी, शहर कोतवाल शशिभूषण राय, सांसद प्रतिनिधि विनोद तिवारी, कमाल आजमी, सरदार हुसैन बबलू, रोहित खान, हसनैन कमर दीपू, परवेज हसन, अफसर, असगर हुसैन जैदी, प्रभाष मौर्य, तहसीन अब्बास सोनी, आकिफ हुसैनी, कुमैल, हमजा जैदी, फिरोज अहमद, आजम जैदी, अब्बास हैदर, कमर भाई, रिजवान हैदर राजा, मोहम्मद सोहराब सहितभारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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