मानसिक रूप से अवसादग्रस्त होने पर लगाया मौत को गले

उक्त मोहल्ला निवासी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व नगर कार्यवाह एवं प्रतिष्ठित समाजसेवी गजानंद गिडवानी का भाई काशीनंद गिडवानी (38) पुत्र स्व. नारायण गिडवानी मंगलवार मंगलवार की रात भोजन करने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। बुधवार की सुबह काशीनंद को जगाने उसकी मां कमरे में गई तो भीतर का दृश्य देख धाड़ें मार कर रोने लगी। कमरे में काशीनंद गिडवानी का शव छत में लगे पंखे में चादर से फंदे के सहारे झूल रहा था। घटना की जानकारी होते ही घर में कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने फंदा खोल कर शव नीचे उतारा। पुलिस को पूछताछ में परिजन ने बताया कि काशीनंद गिडवानी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी। उसका वाराणसी के मनोरोग चिकित्सक डा. झंवर के यहां इलाज कराया जा रहा है। परिजन ने अंदेशा जताया कि अवसादग्रस्त होने के नाते उसने मौत को लगे लगा लिया। उन्होंने किसी भी तरह के पारिवारिक कलह या तनाव से इनकार किया। पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से पूरे नगर ेंमें शोक का माहौल है।
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