परिजन और ग्रामीणों ने निजी अस्पताल में की तोड़-फोड़ और रास्ता जाम
मछलीशहर (जौनपुर)। पंद्रह दिन पहले निजी अस्पताल में आपरेशन के बाद हालत बिगडऩे पर इलाहाबाद में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराए गए युवक की उपचार के दौरान शनिवार की सुबह मौत हो गई। परिजन के शव लेकर गांव आने पर आक्रोश भड़क गया। परिजन और ग्रामीणों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ करने के साथ ही रास्ता जाम कर जौनपुर-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम कर दिया। प्रशासन द्वारा आर्थिक सहायता और मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के उमापुर गांव निवासी जितेंद्र कुमार बिंद पुत्र मुंशी लाल बिंद को पंद्रह दिन पूर्व पेट में असह्य दर्द होने पर परिजन इलाज के लिए नगर के एक निजी अस्पताल लेकर आए। ड़ाक्टर ने पेट में पथरी होना बताते हुए आपरेशन कर दिया। आपरेशन के तीसरे दिन युवक की हालत बिगड़ गई तो डाक्टर ने हाथ खड़े कर दिए और उसे कहीं और ले जाकर इलाज कराने को कहा। परिजन ने इलाहाबाद ले जाकर जीवन ज्योति प्राइवेट चिकित्सालय में भर्ती कराया। डाक्टरों ने परीक्षण के बाद शरीर में इंफेक्शन होने की बात बताई। इलाज के दौरान ही जितेंद्र ने शनिवार की सुबह दम तोड़ दिया। रोते-बिलखते परिजन शव लेकर इलाहाबाद से आए तो ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया। परिजन और ग्रामीण शव लेकर निजी अस्पताल में पहुंचे तो आपरेशन करने वाला डाक्टर केवल प्रसाद मौके की नजाकत देखते हुए मौका पाकर खिसक गया। गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ की और शव को मुंगराबादशाहपुर तिराहा पर ले जाकर सड़क पर रख कर रास्ता जाम कर दिया। इससे जौनपुर-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग और इलाहाबाद राजमार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। घटना की जानकारी होते ही एसडीएम मछलीशहर जगदंबा प्रसाद, पुलिस उपाधीक्षक सौम्या पांडेय, कोतवाल पन्नग भूषण ओझा, थानाध्यक्ष मुंगराबादशाहपुर केके मिश्र, थानाध्यक्ष पंवारा विद्या सागर, थानाध्यक्ष सिकरारा विमल कुमार राय और थानाध्यक्ष मीरगंज रामचंद्र राम भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। उप जिलाधिकारी जगदंबा प्रसाद के मुकदमा दर्ज कर छानबीन करने तथा मृत युवक के परिजन को शासन स्तर से आर्थिक सहायता दिलाने के आश्वासन पर रास्ता जाम समाप्त हुआ। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था।
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