चंदवक थाना पुलिस गुमशुदगीका मामला दर्ज करनेसे भी कतरा रही
अब तक कोई सुराग न मिलने से हृदय रोगी पिता की हालत बिगड़ी
डोभी (जौनपुर)। नई टाटा सफारी कार सहित लापता ईंट भट्ठा मालिक का चौथे दिन भी कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस मामले को गंभीरता से लेने को कौन कहे गुमशुदगी की भी रिपोर्ट लिखने से कतरा रही है। परिजन किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं और सलामती की दुआएं कर रहे हैं। हृदय रोगी पिता की हालत खराब हो गई है। पत्नी और बच्चे रो-रोकर बेहाल हैं।चंदवक थाना क्षेत्र के जरासी गांव निवासी राम दुलार सिंह के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा अरविंद सिंह अमेरिका में इंजीनियर है और दूसरा धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ मिंटू (40) पेशे से ईंट भट्ठा मालिक है। वह खुज्झी और वाराणसी जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के जाल्हूपुर में ईंट भट्ठा चलाता है। आम तौर पर धर्मेंद्र सिंह वाराणसी मेें टैगोर नगर कालोनी, भोजूबीर निवासी अपने चाचा राजेंद्र प्रसाद सिंह के घर रहता है। पिछले पखवारे ही उसने टाटा सफारी कार खरीदी थी जिसका अभी रजिस्टे्रशन भी नहीं हुआ था। बीते रविवार को सवेरे वह कार से ही घर आया था। परिजन से मिलने और भोजन करने के बाद दोपहर करीब 12 बजे वह कार से चाचा के यहां जाने की बात कह कर घर से निकला। अपराह्न करीब दो बजे परिजन ने वाराणसी पहुंचने के बारे में पूछने के लिए धर्मेंद्र कुमार सिंह से संपर्क करना चाहा तो उनके दोनों मोबाइल फोन के स्विच आफ मिले। बार-बार संपर्क करने के बाद स्विच आफ बताता रहा तब परिजन ने सायंकाल चाचा से फोन पर संपर्क किया। पूछा तो जवाब मिला कि धर्मेंद्र कुमार सिंह उनके यहां नहीं पहुंचा है। तब परिजन घबरा उठे। परिचितों के यहां संपर्क किया लेकिन कहीं पता नहीं चला। दूसरे दिन सोमवार की सुबह से परिजन खोज-बीन करने लगे लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। तब परिजन चंदवक थाने पर सूचना देने गए। पुलिस ने गुमशुदगी तक की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बेटे के बारे में कोई सुराग नहीं मिलने से दिल के रोगी पिता राम दुलार सिंह की हालत बिगड़ गई है। उन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी अनहोनी की आशंका से पत्नी प्रतिभा सिंह और दो मासूम बच्चे रो-रोकर बेहाल हो गए हैं। पुलिस के रवैय्ये से दुखी परिजन धर्मेंद्र सिंह की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।
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