109 में से 66 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष मेें किया मतदान
समाजवादी पार्टी और पूर्व सांसद धनंजय को लगा राजनीतिक झटका
खुटहन (जौनपुर)। क्षेत्र पंचायत खुटहन की प्रमुख सरयूदेई की कुर्सी आखिरकार छिन ही गई। सोमवार को भारी बवाल के बीच हुए मत विभाजन में उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। 109 सदस्यों में से 66 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मत दिया। यानी प्रस्ताव पास होने के लिए जितने वोटों की दरकार थी उससे 11 अधिक पड़े।
पथराव, तोडफ़ोड़ और फायरिंग से दहशत और भगदड़ के बावजूद सभी 109 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन में हिस्सा लिया। पथराव में चुटहिल होने के बाद भी चार बीडीसी सदस्यों अमिला गौतम, सुनील कुमार, सीमा सिंह और सरोज गिरि ने ब्लाक मुख्यालय जाकर अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। मत विभाजन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव अधिकारी उप जिलाधिकारी शाहगंज ने वोटों की गिनती पूरी होने के पश्चात परिणाम की अधिकृत तौर पर घोषणा की। उन्होंने बताया कि कुल 109 में से 66 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मत दिए हैं। प्रमुख सरयूदेई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है। मालूम हो कि प्रमुख पद के चुनाव के दौरान प्रतापगढ़ के सांसद कुंवर हरिवंश सिंह की पुत्रवधू और पूर्व प्रमुख रमेश सिंह की पत्नी नीलम सिंह का पर्चा तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया था। तब सरयूदेई निर्विरोध प्रमुख चुन ली गई थीं। नीलम सिंह तभी से अवसर का इंतजार कर रही थीं। सूबे ेंमें सत्ता परिवर्तन के बाद नीलम सिंह ने सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। पर्याप्त समर्थकों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो गईं।
नीलम सिंह गत 14 अक्तूबर को 84 बीडीसी सदस्यों के साथ जिलाधिकारी डा. सर्वज्ञ राम मिश्र से उनके कार्यालय में भेंट कर अविश्वास प्रस्ताव रखा। जिलाधिकारी ने सदस्यों के परीक्षण के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन के लिए 6 नवंबर की तिथि निर्धारित करने के साथ ही शाहगंज के उप जिलाधिकारी को प्रक्रिया पूर्ण करा कर परिणाम की घोषणा के लिए अधिकृत कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों ने सदस्यों को अपने-अपने खेमे में करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। प्रमुख सरयू देई के पक्ष में जहां पूर्व सांसद धनंजय सिंह, एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू और पूर्व मंत्री व क्षेत्रीय विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने एड़ी चोटी जोर लगा दिया वहीं अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने को सांसद हरिवंश सिंह और बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश मिश्र ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था। सोमवार को मतदान के दौरान सभी सवेरे से ही अपने-अपने खेमे में डटे हुए थे। दूसरे खेमे के नेता नतीजे का अंदाजा लग जाने के बाद परिणाम की घोषणा होने से पहले ही ब्लाक मुख्यालय से चले गए।
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