कोटेदारों और पूर्ति विभाग की मिलीभगत हुई जग जाहिर
जलालपुर (जौनपुर)। कोटेदारों और पूर्ति विभाग की मिलीभगत एक बार फिर जग जाहिर हो गई है। जिस कोटेदार का लाइसेंस गंभीर शिकायतों के बाद उप जिलाधिकारी ने निलंबित कर दिया था, विभागीय सांठ-गांठ से उसे ही मिट्टी तेल वितरण करने के लिए उठान करा दिया। ग्राम प्रधान द्वारा पुन: शिकायत किए जाने पर शिविर लगाकर राशन वितरित किए जाने पर ग्रामीणों में खुशी देखी जा रही है।
ग्राम सभा बीबनमऊ के ग्राम प्रधान राजेश मिश्र और तमाम ग्रामीणों ने जिलाधिकारी डा. सर्वज्ञ राम मिश्र से शिकायत की थी कि गांव का कोटेदार कार्डधारकों को सस्ते दर का अनाज और मिट्टी का तेल नहीं बांटता। घटतौली करने के साथ ही निर्धारित से अधिक मूल्य भी लेता है। जिलाधिकारी ने केराकत के उप जिलाधिकारी को मामले की जांच कराने का आदेश दिया। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर उप जिलाधिकारी अयोध्या प्रसाद ने गत 26 अक्टूबर को कोटेदार का लाइसेंस निलंबित कर दिया। बीबनमऊ गांव के कार्डधारकों को महिमापुर गांव की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से संबद्ध कर दिया। हैरत की बात तो यह है कि लाइसेंस निलंबित होने के बावजूद पूर्ति विभाग की मिलीभगत से उसी कोटेदार को मिट्टी का तेल बांटने के लिए उठान करा दिया गया। उसके मिट्टी का तेल बांटने पर ग्रामीणों में गुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत फिर उच्चाधिकारियों से की। उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंच जाने के बाद पूर्ति विभाग की पेशानी पर बल पड़ गए। तब विभाग ने महिमापुर के कोटेदार को बीबनमऊ के कार्डधारकों को राशन वितरण करने के लिए उठवाया। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि वितरण में पारदर्शिता के लिए ग्राम प्रधान राजेश मिश्र की मौजूदगी में वितरण किया जाए। सोमवार को ग्राम प्रधान की उपस्थिति में राशन का वितरण किए जाने से ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी देखी गई।
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