जौनपुर। शिराजे हिंद जौनपुर का ऐतिहासिक चेहल्लुम जो हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के द्वारा अपने परिवार एवं मित्रों के साथ दी गई शहादत की याद में सैकड़ों वर्षो से अपने सभ्य परंपराओं के अनुरूप इमामबाड़ा शेख मोहम्मद इस्लाम मरहूम बाजार बुआ पानदरीबा रोड जौनपुर पर मनाया जाता है। इस वर्ष चंद्र दर्शन के अनुसार 8 एवं 9 नवंबर को मनाया जाएगा। इस ऐतिहासिक चेहलुम को देश के क्षितिज पर एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। जिसके कारण इसे मनाने के लिए देश के चारों ओर से सभी संप्रदाय के श्रद्धालु हजारों की संख्या में उपस्थित होकर हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ 8 नवंबर को 8 बजे रात में इमाम चौक पर ताजिया रखने से होगा। तत्पश्चात शब्बेदारी के आयोजन की मजलिस की समाप्ति पर जौनपुर नगर एवं बाहर से आई हुई अंजुमनों का नौहा मातम अनवरत रूप से रात भर चलता है। प्रात: 5 बजे एक मजलिस होगी जिसके बाद आग में तपती जंजीरों का मातम अंजुमन गुलशने इस्लाम करेगी दूसरे दिन 9 दिसंबर 2017 को कार्यक्रम का आरंभ एक मजलिस से होगा बाद समाप्ति मजलिस इमामबाड़े से एक ऐतिहासिक तुर्बत निकाली जाएगी जो एक जुलूस के रुप में अपने निर्धारित रास्ते बरादूअरिया, काजी की गली, बड़ी मस्जिद रोड, पुरानी बाज़ार होता हुआ सदर इमामबाड़ा जौनपुर पर समाप्त होगा। हाजी असगऱ हुसैन जैदी कार्यकारी मुतवल्ली ने बताया कि कार्यक्रम के संबंध में शासन प्रशासन के अधिकारियों से व्यक्तिगत रुप से मिलकर पत्रों के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। श्री ज़ैदी ने बताया कि ऐतिहासिक चेहलुम के अवसर पर प्रशासन से पेय जल, विद्युत आपूर्ति, सफाई एवं नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। उक्त कार्यक्रम को सौहार्द पूर्ण एवं शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए जिले के समस्त नागरिकों से सहयोग की अपील की है।
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