वक्ताओं ने व्यक्त किये अपने विचार
जौनपुर। दु:खद है कि विश्वगुरू का खिताब जिस देश के सिर सजा था, आज उसी देश में शिक्षा के गिरते स्तर पर गोष्ठिïयों एवं सेमिनारों का आयोजन किया जा रहा है किन्तु यह महसूस किया जा रहा है कि ये आयोजन भी परिणामपरक सिद्घ होने के बजाय चिन्ता जताने और फोटो खिंचवाकर अखबारों में छपवाने तक ही सीमित रह जा रहे हैं।


बुधवार को मुहम्मद हसन पीजी कालेज के शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा भारत में शिक्षा का गिरता स्तर एवं सुधार के उपाय विषयक सेमिनार को मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए बयालसी डिग्री कालेज शिक्षा शास्त्र विभागाध्यक्ष डाक्टर गायत्री प्रसाद सिंह ने उक्त विचार व्यक्त किये। विशिष्टï अतिथिद्वय डीसीएस के पीजी कालेज मऊ के डाक्टर अशोक कुमार व बयालसी डिग्री कालेज के डा. बृजेश मिश्र ने कहाकि संकल्प और प्रतिबद्घता के अभाव ने हमें यहां ला खड़ा किया है। प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खां ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहाकि शिक्षा के स्तर में सुधार सामूहिक प्रयास से ही हो सकता है जिसमें छात्र, शिक्षक, अभिभावक एवं सरकार सब अपनी-अपनी सहभागिता निभायें। इसके पूर्व मुख्य अतिथि डाक्टर गायत्री प्रसाद सिंह व प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खां ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। सरस्वती वन्दना पूजा सिंह व नेहा दुबे ने, स्वागत गीत दीपा विश्वकर्मा, सन्ध्या मौर्या, मनीषा निषाद ने प्रस्तुत किया। संयुक्त संचालन निसार अहमद व शिशिर मौर्य ने किया। इस अवसर पर डा. अश्विनी गुप्त, डा. अमित जायसवाल, प्रवक्ता मु. आसिफ अंसारी, डा. सुनील मिश्र आदि उपस्थित रहे।
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