जौनपुर। बीटीसी संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश की जिला इकाई ने शुक्रवार को संगठन के प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा। इसमें परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा के प्रस्तावित स्वरूप में बदलाव के सुझाव दिए गए हैं।
संगठन के जिलाध्यक्ष अहमद अब्बास के नेतृत्व में सदस्यों ने जिलाधिकारी के प्रतिनिधि मुख्य राजस्व अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। शासन को भेजे गए ज्ञापन में सुझाव दिया है कि प्रदेश में प्रस्तावित 68500 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा लिखित की बजाय बहु विकल्पीय कराई जाए। इससे परीक्षी की शुचिता एवं पारदर्शिता बनी रहेगी। अभ्यर्थियों को कार्बन कॉपी मिलने के कारण प्रश्नचिह्न भी नहीं लगेंगे। लिखित परीक्षा में न्यूनतम 35 फीसदी अर्हक अंक आवश्यक किए जाएं। इससे गुणवत्तायुक्त शिक्षक उपलब्ध होंगे। शिक्षामित्रों को दिया जाने वाला 25 अंक का भारांक लिखित परीक्षा के प्राप्तांक में जोड़ कर मेरिट लिस्ट बनाई जाए। यदि भारांक अंतिम मेरिट लिस्ट बनने के बाद जोड़ा गया तो बीटीसी अभ्यर्थियों को सीधे प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ेगा। यह भी सुझाव दिया गया है कि भर्ती 68500 के स्थान पर एक लाख पदों पर की जाए क्योंकि करीब दो लाख शिक्षकों की कमी के कारण प्राथमिक शिक्षा की हालत अब भी दयनीय है। ज्ञापन देने वालों में अनु, निधि, अक्षय, अरविंद, आदित्य, विवेक आदि प्रमुख रहे।Friday, 15 December 2017
बीटीसी संयुक्त मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन
Posted by Unknown on December 15, 2017 in jaunpur | Comments : 0
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