BREAKING NEWS

Saturday 25 November 2017

अपराधी जेल के भीतर से कर रहे खेल


----स्थानीय निकाय चुनाव-----
मोबाइल फोन से वोटरों को कॉल कर बना रहे दबाब  
जिलाधिकारी ने कहा, जिला कारागार की होगी तलाशी 
   जौनपुर। जिला कारागार में बंद अपराधी स्थानीय नगर निकाय चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने में जुटे हैं। वह मतदाताओं पर दबाव बनाने और धमकाने के लिए प्रतिबंधित होने के बावजूद धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जेल से मोबाइल फोन का प्रयोग रोकने के लिए ही जैमर लगाने की प्रक्रिया अधर में लटक जाने से उनका काम आसान हो गया है। जेल अधीक्षक ने कारागार में बंदियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से इनकार किया है। वहीं जिलाधिकारी ने संज्ञान में लाए जाने के बाद जेल की तलाशी कराए जाने की बात कही है।
   जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों में सवर्ण और पिछड़े वर्ग की दो दबंग जातियों के अपराधियों ने गुटबंदी कर रखी है। जेल प्रशासन की लापरवाही या फिर मिलीभगत से प्रतिबंधित होने के बावजूद वे जेल के भीतर से मोबाइल फोन का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। दोनों ही जातियों के अपराधी अपने-अपने परिचितों ही नहीं जिनका भी मोबाइल फोन नंबर उन्हें मिल जाता है उन्हें कॉल कर अपनी पसंद के उम्मीदवारों को वोट देने ही नहीं उसका प्रचार करने दबाव बनाने के साथ ही धमकाइयां-चमकाइयां भी कर रहे हैं। जेल के अंदर से चल रहे इस खेल से स्थानीय नगर निकाय के चुनाव नतीजों पर असर पड़ सकता है। बता दें, जिला कारागार से बंदियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल की बात कोई नई नहीं है। जेल प्रशासन की लापरवाही मानें या सांठगांठ प्रभावशाली बंदियों को यह सुविधा मिल जाती है। हालांकि जिला कारागार में समय-समय पर जिला न्यायाधीश, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक छापेमारी करते हैं। उनके निरीक्षण के दौरान अपराधी मोबाइल फोन न जाने कहां छिपा देते हैं कि उन्हें नहीं मिलता। जेल से मोबाइल फोन पर धमकी देने के कुछ मामलों के सामने आने के बाद जेल परिसर में जैमर लगाने का प्रस्ताव शासन स्तर से मंजूर हो गया था। बीते मार्च महीने तक इसे लग जाना था। निवर्तमान जेल अधीक्षक ने उस समय इसकी पुष्टि की थी लेकिन मार्च  तक न लग पाने के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उनका जवाब था कि चूंकि जेल कहीं और शिफ्ट होनी है इसलिए जैमर लगाने की प्रक्रिया अधर में लटक गई है। इस संबंध में मौजूदा जेल अधीक्षक अवधेश कुमार मिश्र से पूछा गया तो उन्होंने जेल में निरुद्ध बंदियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से पूरी तरह इनकार किया। उन्होंने जैमर के बारे में पूछने पर कहा कि फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव उनके संज्ञान में नहीं है। जिलाधिकारी डा. सर्वज्ञ राम मिश्र ने यदि ऐसी शिकायत है कि अपराधी जेल से अपराधी नगर निकाय चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो जेल की तलाशी कराई जाएगी। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए प्रशासन कमर कसे हुए है। 

Post a Comment

धर्म दर्शन

 
Copyright © 2017 आज प्रभात