जौनपुर-रायबरेली हाइवे पर प्रतापगंज बाजार में हुआ हादसा कई दुकानें क्षतिग्रस्त, डंफर और चालक पुलिसके कब्जेमें
सिकरारा। रायबरेली-जौनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थानीय थाना क्षेत्र के प्रतापगंज बाजार में मंगलवार की तड़के तेज रफ्तार डंफर ने दरवाजे पर खड़ी महिला और उसकी बेटी को रौंद दिया। दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक काफी दूर तक पटरी पर ही डंफर दौड़ाता चला गया जिससे कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस ने डंफर और उसके चालक को पकड़ लिया है। मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
उक्त बाजार निवासी पेशे से मजदूर सरफुद्दीन की पत्नी रूबा बेगम (30) तड़के 5.30 बजे अपनी छह बरस की बेटी मन्नू उर्फ तबस्सुम को साथ लेकर घर के बाहर दरवाजे पर टहल रही थी। उसी समय मछलीशहर की तरफ से आ रहा तेज रफ्तार डंफर नंबर यूपी 96 टी-1046 अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बनी नाली को पार कर टहल रही मां-बेटी को रौंद दिया। हादसे के बाद घबराया चालक डंफर रोकने की बजाय और तेज गति से लेकर भागने के फेर मेें करीब पांच सौ मीटर तक पटरी पर ही डंफर दौड़ता रहा जिससे कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे में रूबा बेगम की मौके रप ही मौत हो गई जबकि अस्पताल ले जाते समय उसकी बेटी मुन्नू ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे से गुस्साए लोग बाजार में रास्ता जाम करने का मन बनाने लगे। इसी दौरान खबर लगते ही सहयोगियों के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष विमल प्रकाश राय ने लोगों को समझा-बुझा कर हटा दिया। डंफर और उसके चालक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। सरफुद्दीन की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शवों को पंचनामा के बाद कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया। हादसा करने वाले डंफर पर गिट्टी लदा था। डंफर गायत्री प्रोजेक्ट से जुड़ा था। रूबा बेगम की मौत से चार बच्चों के सिर से ममता का आंचल छिन गया। सरफुद्दीन के तीन बेटियां और दो बेटे हैं। मृत मन्नू तीसरे नंबर की बेटी थी। सरफुद्दीन जहां बीवी और बेटी की मौत से बेजार हो गया है वहीं उसके बच्चे रो-रोकर बेहाल हो गए हैं।
सिकरारा। रायबरेली-जौनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थानीय थाना क्षेत्र के प्रतापगंज बाजार में मंगलवार की तड़के तेज रफ्तार डंफर ने दरवाजे पर खड़ी महिला और उसकी बेटी को रौंद दिया। दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक काफी दूर तक पटरी पर ही डंफर दौड़ाता चला गया जिससे कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस ने डंफर और उसके चालक को पकड़ लिया है। मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
उक्त बाजार निवासी पेशे से मजदूर सरफुद्दीन की पत्नी रूबा बेगम (30) तड़के 5.30 बजे अपनी छह बरस की बेटी मन्नू उर्फ तबस्सुम को साथ लेकर घर के बाहर दरवाजे पर टहल रही थी। उसी समय मछलीशहर की तरफ से आ रहा तेज रफ्तार डंफर नंबर यूपी 96 टी-1046 अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बनी नाली को पार कर टहल रही मां-बेटी को रौंद दिया। हादसे के बाद घबराया चालक डंफर रोकने की बजाय और तेज गति से लेकर भागने के फेर मेें करीब पांच सौ मीटर तक पटरी पर ही डंफर दौड़ता रहा जिससे कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे में रूबा बेगम की मौके रप ही मौत हो गई जबकि अस्पताल ले जाते समय उसकी बेटी मुन्नू ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे से गुस्साए लोग बाजार में रास्ता जाम करने का मन बनाने लगे। इसी दौरान खबर लगते ही सहयोगियों के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष विमल प्रकाश राय ने लोगों को समझा-बुझा कर हटा दिया। डंफर और उसके चालक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। सरफुद्दीन की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शवों को पंचनामा के बाद कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया। हादसा करने वाले डंफर पर गिट्टी लदा था। डंफर गायत्री प्रोजेक्ट से जुड़ा था। रूबा बेगम की मौत से चार बच्चों के सिर से ममता का आंचल छिन गया। सरफुद्दीन के तीन बेटियां और दो बेटे हैं। मृत मन्नू तीसरे नंबर की बेटी थी। सरफुद्दीन जहां बीवी और बेटी की मौत से बेजार हो गया है वहीं उसके बच्चे रो-रोकर बेहाल हो गए हैं।
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