जिले के नए पुलिस कप्तान ने कार्यभार संभाला बोले, थानों पर फरियादियों से होगा सद्ïव्यवहार
जौनपुर। जिले के नये पुलिस कप्तान केशव कुमार चौधरी ने कहा कि अपराध नियंत्रण और पुलिस की कार्यप्रणाली तथा जनता के प्रति व्यवहार में सुधार लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। जन शिकायतों का निस्तारण उनकी प्राथमिकता होगी। शनिवार को कार्यभार संभालने के बाद वह आज प्रभात से दूरभाष पर वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि थानेदारों को हिदायत दी जाएगी कि वे थानों पर अपनी समस्या लेकर जाने वालों से सद्व्यवहार करें। पूरे गौर के साथ उनकी बात सुनें और उस पर ऐसी प्रभावी कार्रवाई करें जिससे वह पूरी तरह संतुष्ट हो जाए। उसे अपनी वही समस्या लेकर जिला मुख्यालय उच्चाधिकारियों तक दौड़ न लगानी पड़े। जनपद में हत्या की अधिकतर घटनाओं के पीछे भूमि विवाद होने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वे थानेदारों को निर्देश देंगे कि संबंधित पक्षों और गांव-जवार के मानिंद लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर निराकरण कराएं। उन्होंने माना कि पुलिस यदि पूरी इमानदारी के साथ प्रयास करे तो ऐसे अपराधों में काफी कमी आ सकती है। जिले में लूट और छिनैती की बढ़ती घटनाओं पर रोक-थाम लगाने के लिए पुलिस तंत्र को और चुस्त-दुरुस्त बनाने की बात कही। थानेदारों की तैनाती के लिए पडऩे वाले राजनीतिक दबाव के बारे में उन्होंने कहा कि अव्वल तो वह ऐसे किसी दबाव में आते ही नहीं। थानेदारों की तैनाती उनकी कार्यक्षमता, कर्तव्यनिष्ठा और दूरदर्शिता के आधार पर करते हैं। यदि कहीं से कोई दबाव पड़ा भी तो वही करेंगे जो उचित और नियमों के अनुरूप होगा।
इससे पहले पुलिस अधीक्षक जीआरपी के पद से स्थानांतरित होकर आए केशव कुमार चौधरी नेे निवर्तमान पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय से विधिवत कार्यभार ग्रहण किया। पड़ोसी प्रांत बिहार के दरभंगा जिले के मूल निवासी केशव कुमार चौधरी की आधी शिक्षा गृह जनपद में हासिल की। इसके पश्चात उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दौरान ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुर कर दी। सन 2009 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेेवा (आईपीएस) के लिए हो गया। मुजफ्फनगर में टे्रनिंग के पश्चात आजमगढ़ में एएसपी (ग्रामीण) रहे। सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, बांदा, हाथरस, रामपुर में पुलिस अधीक्षक रहे। इसके अलावा वे तीसरी वाहिनी पीएसी गोंडा में सेनानायक भी रहे।
जौनपुर। जिले के नये पुलिस कप्तान केशव कुमार चौधरी ने कहा कि अपराध नियंत्रण और पुलिस की कार्यप्रणाली तथा जनता के प्रति व्यवहार में सुधार लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। जन शिकायतों का निस्तारण उनकी प्राथमिकता होगी। शनिवार को कार्यभार संभालने के बाद वह आज प्रभात से दूरभाष पर वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि थानेदारों को हिदायत दी जाएगी कि वे थानों पर अपनी समस्या लेकर जाने वालों से सद्व्यवहार करें। पूरे गौर के साथ उनकी बात सुनें और उस पर ऐसी प्रभावी कार्रवाई करें जिससे वह पूरी तरह संतुष्ट हो जाए। उसे अपनी वही समस्या लेकर जिला मुख्यालय उच्चाधिकारियों तक दौड़ न लगानी पड़े। जनपद में हत्या की अधिकतर घटनाओं के पीछे भूमि विवाद होने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वे थानेदारों को निर्देश देंगे कि संबंधित पक्षों और गांव-जवार के मानिंद लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर निराकरण कराएं। उन्होंने माना कि पुलिस यदि पूरी इमानदारी के साथ प्रयास करे तो ऐसे अपराधों में काफी कमी आ सकती है। जिले में लूट और छिनैती की बढ़ती घटनाओं पर रोक-थाम लगाने के लिए पुलिस तंत्र को और चुस्त-दुरुस्त बनाने की बात कही। थानेदारों की तैनाती के लिए पडऩे वाले राजनीतिक दबाव के बारे में उन्होंने कहा कि अव्वल तो वह ऐसे किसी दबाव में आते ही नहीं। थानेदारों की तैनाती उनकी कार्यक्षमता, कर्तव्यनिष्ठा और दूरदर्शिता के आधार पर करते हैं। यदि कहीं से कोई दबाव पड़ा भी तो वही करेंगे जो उचित और नियमों के अनुरूप होगा।
इससे पहले पुलिस अधीक्षक जीआरपी के पद से स्थानांतरित होकर आए केशव कुमार चौधरी नेे निवर्तमान पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय से विधिवत कार्यभार ग्रहण किया। पड़ोसी प्रांत बिहार के दरभंगा जिले के मूल निवासी केशव कुमार चौधरी की आधी शिक्षा गृह जनपद में हासिल की। इसके पश्चात उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दौरान ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुर कर दी। सन 2009 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेेवा (आईपीएस) के लिए हो गया। मुजफ्फनगर में टे्रनिंग के पश्चात आजमगढ़ में एएसपी (ग्रामीण) रहे। सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, बांदा, हाथरस, रामपुर में पुलिस अधीक्षक रहे। इसके अलावा वे तीसरी वाहिनी पीएसी गोंडा में सेनानायक भी रहे।
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